Friday 5 February 2021

लुक ए बिट हायर - थोड़ा ऊपर देखिये

 किसी इंग्लिश फिल्म का एक दृश्य है । फिल्म में रानी एलिजाबेथ एक युवक से प्यार करने लगती है । एक बार एलिजाबेथ उसे कोई काम देती है जो उसे किसी दूसरे देश जाकर करना था । एलिजाबेथ उसे एक समुद्री जहाज का कप्तान बनाकर भेजती है । जब जहाज रवाना होता है तब जहाज के दूर जाने पर भी वो दूरबीन से जहाज को देख रही होती है तभी वो कुछ परेशान हो जाती .. वो देखती है जहाज पर उस युवक की प्रेमिका भी उसके साथ है ... दोनों एक दूसरे का हाथ पकड़कर डैक पर खड़े हैं ।


उस समय महारानी को परेशान देखकर उनके पास खड़ा एक शुभचिंतक बोलता है , ' मैडम ! लुक ए बिट हायर - थोड़ा ऊपर देखिये ... उस नौजवान और उसकी प्रेमिका के सर के ऊपर देखिये .. देखिये वहाँ कितनी शान से आपके राज्य का झंडा लहरा रहा है । इन छोटी-मोटी परेशानियों से ऊपर उठकर उस लहराते अगाध साम्राज्य  को देखकर खुश होईये ।


लुक ए बिट हायर - जरा इन 'पैड ट्वीट्स' से हटकर देखिये कि ब्राजील के प्रधानमंत्री ने कोरोना वैक्सीन मिलने पर भारत का सम्मान करते हुवे क्या ट्वीट किया है , देखिये कि दक्षिण अफ्रीका में भारत सरकार की भेजी वैक्सीन पहुँचने पर क्रिकेटर केविन पीटरसन ने भारत का कृतज्ञ होते हुवे क्या ट्वीट किया है , देखिये कि कोरोना से पस्त हुये विश्व के लिये भारत की बनी वैक्सीन कैसे संजीवनी बनकर आयी है और देखिये कि किस तरह सारे लाभार्थी देश भारत के लिये दिल खोलकर खड़े है ।


लुक ए बिट हायर - देखिये कि रक्षा के मामले में हम अब चीन की छाती पर चढ़कर खड़े है, देखिये कि अब भारत में भी लड़ाकू विमान बनने लगे है, देखिये कि अब भारत की सेना को किसी भी चीज की कमी नही है ।


लुक ए बिट हायर - देखिये कि कैसे विपरीत परिस्थितियों में, अनगिनत विरोधी और दुश्मन होने के बाद भी प्रधानमंत्री मोदी का विश्वास कभी डिगता नही है तो आपका विश्वास क्यूँ डिगता है ? देखिये कि वो दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र का जनता द्वारा लगातार दूसरी बार जिताया गया प्रधानमंत्री है ना कि कोई सेना द्वारा बनाया इमरान खान या पार्टी ऑफिस में बना शिनपिंग या कोई तख्ता पलट करके बना तानाशाह है तो आपने जैसे वोट देकर जिताया था वैसे ही आज भी डटकर खड़े रहिये ।


अगर दुनिया के किसी भी लेफ्टिस्ट को ये गलतफहमी हो कि किसी भी आंडू-पांडू को पैसे देकर कुछ ट्वीट्स करवाने से वो भारत सरकार का तख्ता पलट करवा देगा या मोदी को तानाशाह साबित कर देगा या उसे ट्रंप की तरह चुनाव में हरवा देगा तो उसे एक बार गांधीनगर के काँग्रेस कार्यालय का एक चक्कर जरूर लगाना चाहिये जहाँ बीस साल से कोई कुत्ता भी मूतने नही जाता .... ये उसी काँग्रेस का कार्यालय है जिसने मोदी को खत्म करने के लिये सत्ता का हर पैंतरा आजमाया , अमेरिका को पत्र तक लिखे लेकिन ना वो गुजरात में उसे हरा सके और ना ही प्रधानमंत्री बनने से रोक सके ।


जो गंदगी मोहल्ले की नाली में होती है वही गंदगी शहर के बड़े नालों में भी होती है इसलिये ना नाली में पैर डाला जाता है और ना नाले में,  ना कोई नाली किनारे घूमने जाता है और ना ही नाले किनारे अर्थात वामपंथी देशी हो या ग्रेटा, रेहाना जैसा विदेशी ... हमारे लिये नाली और नाले में कोई फर्क नही है ।


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